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बार्षिक लेखन प्रतियोगिता। खत्म होते जंगल

             आजकल बृक्षौ की कटाई बहुत  होरही  बृक्ष कम लगाये जाते उससे अधिक काट दिये जाते है ।कहीं सड़क बनाने या उसको चौडी़ करने हेतु बृक्षौ को काटा जारहा है। 


        पुराने समय में पृथवी पर जंगल अधिक थे परन्तु मनुष्य ने अपने लाभ के लिए उनको काटकर उसपर बडी़ बडी़ इमारतै खडी करदी है।इस तरह  जंगलौ का खत्म हौना विनाश का सूचक है।

 बृक्षौ की कमी के कारण बायुमंडल प्रदूषित होरहा है। जंगलौ की कमी के कारण बर्षा भी कम हौने लगी हैजिससे जलस्तर घटता ही जारहा है।

          यदि हम जंगलौ को इसीतरह काटते रहे तब एक दिन ऐसा आयेगा कि हम पानी की एक बूंद के लिए परेशान होजायेगें।

         हमे बृत्र काटने से पहले  उससे अधिक बृक्ष लगाने चाहिए। परन्तु हम जब सौ बृक्ष काटते है तब नाम के लिए दस बृक्ष लगाते है।

       सरकार ने जंगलौ से बृक्ष काटने पर रोक तो लगाई है लेकिन आजकल अफसर रिश्वत लेकर जंगल समाप्त करने में सहयोग करते है।

        इन जंगलौ मे बहुत प्रकार की जडी़बूटिया भी मिलती है जिनसे आयुर्वैदिक दवाऐ बनती है।

        जंगलौ का कम हौना मनुष्य के लिए विनाश की दस्तक है हमै इसको समझना चाहिए ।  परन्तु मानव अपने त्वरित लाभ हेतु इन प्राकृतिक सम्पदाऔ को समाप्त करने में लगा है। इन प्राकृतिक सम्पदाऔ का  दुष्परिणाम हमें भविष्य में पता चलेगा।

       जंगलौ से हमे बहुतफल भी प्राप्त होते है जो हमारे  स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते है। हमें जंगलौ मे से बृक्षौ की कटाई पर रोक लगानी जरूरी है।

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4 Comments

Seema Priyadarshini sahay

10-Mar-2022 04:48 PM

बहुत खूबसूरत

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Naresh Sharma "Pachauri"

10-Mar-2022 05:29 PM

Very very thanjs

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Lotus🙂

10-Mar-2022 11:48 AM

Nice

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Naresh Sharma "Pachauri"

10-Mar-2022 05:30 PM

Very very thanks

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